Wednesday, January 5, 2011

ये तमाशा देख कर हम आईना-बेज़ार हैं

ये तमाशा देख कर हम आईना-बेज़ार हैं
जिनके चेहरे ही नहीं वो आईना-बरदार* हैं
[bezaar: apathetic, indifferent] [aaina-bardaar=carrying mirrors]

शमा रोशन कर रहे हैं ताजिरान-ए-तीरगी*
क्या अनोखी दास्ताँ है, क्या अजब किरदार हैं
[taajir=trader, teergi=darkness]

ऐ मेरी जम्हूरियत! तेरी कहानी है अजीब
काबिल-ए-नफरत हैं जो, वो साहब-ए-किरदार हैं

मुद्दतों से सो रहे हैं हम हिसार-ए-ज़ात में
और ये दावा भी है बेदार थे, बेदार हैं
[bedaar=awake]
आप आलम पैदलों की चाल से घबरा गए
अस्प, कश्ती, फील, फर्ज़ीं सब पास-ए-दीवार हैं
[All above are names of chessmen in Urdu]

आलम खुर्शीद

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